आज मैंने कुछ सैनिकों को अपने शहर में देखा। वे अपनी तालिम के लिए शहर में आए हुए थे। सुबह सुबह मैंने दूसरे नागरिकों के साथ उन सैनिकों की तालिम देखी। सभी लोग उन सैनिकों को बड़ा सन्मान दे रहे थे। यह देख में बड़ा प्रभावित हो गया और सोचने लगा की यदि में सैनिक होता तो क्या होता ?
सैनिक हमारे समाज का वो हिस्सा है जीस पर पूरा देश गर्व करता है और सन्मान देता है। वे हमारे देश की रक्षा के लिए अपनी जान लगा देता हैं। अपने घर- परिवार से दूर रहकर हमारे देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं।
यदि कभी भी जीवन में एक बार मुझे अगर सैनिक बनने के मौका मिला तो में अपने आप को बहुत खुश किस्मत मानूँगा। जब में सैनिक बन जाऊँगा तो सैनिक की वर्दी शान से पहनुंगा। यह वर्दी मुझे अपनी जान से भी ज़्यादा प्यारी होगी। भारत के सैनिकों की वीरता का पूरी दुनिया में डंका बजता है। यदि में सैनिक बन गया तो भारतीय सैनिकों की वीरता की एक नयी मिसाल कायम करूंगा। में अपनी जान लगाकर अपने कर्तव्यो का पालन करूंगा। मेरे शरीर पर, मेरी जान पर सबसे पहले मेरे देश का हक होगा। में देश के दुशमनों से देश की रक्षा करूंगा और जरूरत पड़ने पर देश के लिए अपनी जान भी न्यौछावर कर दूंगा। देश का हर एक नागरिक सैनिकों के भरोसे ही चैन की नींद सोता है। में इस भरोसे को हमेशा के लिए कायम रखूँगा।
एक सैनिक सिर्फ देश की दुश्मनों से रक्षा ही नहीं करता किन्तु वह देश पर आनेवाली कुदरती आफ़तों में भी खड़ा रहता है। बाढ़, भूकंप, तूफान, सुनामी जैसी कुदरती आफतों के समय भी सैन्य की सहायता ली जाती है। उस वक्त भी सैनिक बड़ी निष्ठा से अपना फर्ज़ निभाते हैं। अगर में सैनिक होता तो मुझे भी यह मौका मिलता है तो में भी बड़ी ज़िम्मेदारी से यह फर्ज़ निभाऊंगा में अपने साथियो को अपने पर गर्व करने का मौका दूंगा। मेरे माता-पिता और गुरुजन भी मेरे सैनिक होने पर गर्व लेंगे। में अपनी कर्तव्यनिष्ठा और बहादुरी से अपने जैसे युवाओं को भी सैनिक बनने की प्रेरणा दूंगा।
मेरे हिसाब से एक सैनिक बनना मतलब जो भी हमारे देश ने हमें दिया हैं वह अपने देश को लौटाने का सुवर्ण अवसर है। हमारे जीवन की सार्थकता इसी में है। यदि में सैनिक होता हूँ तो अपने बलिदान से इस जीवन को जरूर सार्थक करूंगा।
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