हमारे भारत देश भारत का विश्वमें अपना एक अलग स्थान है। सभी क्षेत्रों मे भारतने विश्व का ध्यान अपनी ओर खींचा है लेकिन स्वच्छता के मामले में दूसरे देशों की तुलना में हमारा देश काफी पीछे है।
हमारे देश की संस्कृति और सभ्यता सदियों पुरानी है। हमारे त्यौहार भी साफ – सफाई से जुड़े हैं। दिवाली से पहले हम घर की साफ सफाई करते हैं। भारतने सालों से अलग अलग क्षेत्रों में अच्छी तरक्की की है लेकिन स्वच्छता के मामले में हमें काफी कुछ करना बाकी है। आज हमने ऊंची ऊंची इमारतें तो बना ली है लेकिन हमारे रोड पर गंदकी ढेर लगे हुए होते हैं। नदी को हम माता मानते हैं परंतु वही नदी को हम गंदा करते हैं। हम कहीं पहाड़ पर या समंदर किनारे घुमने जाते हैं तो वहाँ गंदकी छोड़ आते हैं। हमारे गावों के अधिकांश घरों में शौचालय नहीं होता है। लोग खुले में शौच क्रियाएँ करते हैं और गंदकी फैलाते हैं। गावों में गटर की व्यवस्था भी नहीं होती है तो सड़कों पर गंदा पानी फैलता है।
अस्वच्छता से सबसे बड़ी हानि हमारे स्वास्थ्य को होती है। अगर हवा, पानी या जमीन कहीं पर भी गंदकी है तो उसका सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है। गंदा पानी, हवा या खुराक सभी बीमारियों के कारण है। विदेशी पर्यटक जब हमारे देश में आते हैं तो भारत की गंदकी देखकर हैरान रह जाते हैं और दूसरे देशोमें भारत की छवि खराब होती है।
अगर हम स्वस्थ जीवन बिताना चाहते हैं तो हमें स्वच्छता की तरफ ध्यान देना होगा। अगर हमारी आसपास का माहोल स्वच्छ होगा तभी हम स्वस्थ रह पाएंगे। स्वच्छता की शुरुआत हमें सबसे पहले अपनेआप से करनी होगी। हमें खुद को स्वछ रखना चाहिए। हमें हमारे घर, महोल्ले को साफ रखना चाहिए।
भारत के नागरिक होने के नाते हमें भी भारत को स्वच्छ रखने में हमारा योगदान देना चाहिए। भारतमें स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदीजी ने स्वच्छ भारत अभियान चलाया है। हमें भी स्वच्छता अभियान में अपना सहयोग देना चाहिए। नदी, समंदर, धार्मिक स्थल, हमारी प्राचीन इमारतें आदि को गंदा नहीं करना चाहिए। गंगा नदी को स्वच्छ करने के लिए भी भारत सरकारने अभियान चलाया है। भारत सरकार हर घर में शौचालय बनाने के लिए सहाय करती है तो अगर हमारे घरमें शौचालय नहीं है तो सरकार की सहायता से शौचालय बनवाकर इस्तेमाल करना चाहिए। स्वच्छता के लिए सरकार द्वारा जो भी योजनाएँ बनती है तो उसमे हमें सहयोग करना चाहिए और उन योजनाओं का लाभ भी लेना चाहिए।
इस तरह हमें भारत के स्वच्छता अभियान में अपना सहयोग देकर एक अच्छा और जिम्मेदार नागरिक होने का फर्ज़ निभाना चाहिए और ‘स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत‘ नारे को अपनाना चाहिए।
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